संरक्षक की कलम से...

श्री ज्वाला प्रसाद  डिग्री कालेज  नरैनी, तेहपुर आपकी अपनी संस्था है ...
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प्रबन्धक की कलम से

स्नेही स्वजन, श्री ज्वाला प्रसाद डिग्री कालेज, नरैनी, फतेहपुर मेरे परम् पूज्य.. Read More  

रचनात्मक सुविधायें

महाविद्यालय की स्थापना उच्च शिक्षा की दिशा में क्षेत्रीय आवश्यकताओं की पूर्ति को .. Read More  

    अनुशासन के सामान्य नियम

1. व्याख्यान कक्षा के सामने खड़े होना अथवा शिक्षण कक्ष में बातचीत करना व मेज पर बैठना अनुशासनहीनता है |

2. व्याख्यान कक्षा के सामने से बातें करते हुए गुजरना मना है |

3. खाली समय में कामनरूम में बैठकर अपना कार्य सम्पादित करें | सीढियों, रेलिंग, बरामदे की दीवार, छत की दीवार, बरामदें की फर्श के सामने अथवा साइकिल स्टैण्ङ पर बैठना सख्त मना है |

4. ऊँची आवाज में बातें करना, चिल्लाना व शोरगुल करना अनुशासन हीनता है |

5. वाहन साइकिल स्टैण्ङ पर ही रखें और मुख्य द्वार पर पहुँच कर वाहन से उतर जायें |

6. कक्षा में पिछले दरवाजे से प्रवेश करें और प्रवक्ता के कक्ष से बाहर निकल जाने पर ही अगले द्वार से पंक्तिबद्ध् होकर बाहर निकलें | उनकी शिकायत पर दण्डात्मक कार्यवाही हो सकती है |

7. बिना अनुमति के प्राचार्य व अधिकारियों से सम्पर्क न करें | राह चलते रोक कर या सम्बोधित करके बाते कदापि न करें |

8. परिसर को स्वच्छ सुन्दर बनाये रखना हम सब का पुनीत कर्तव्य है | गंदगी न फैलायें | यहाँ के पेड़ पोधों और फूल-पत्तियों

से प्यार करें, इन्हें नुकसान न पहुंचायें | अन्यथा 50/- रूपये अर्थदण्ड कार्यालय में जमा करना होगा |

9. समय -समय पर प्राचार्य व शासना मण्डल द्वारा महाविद्यालय तथा छात्राओं के हित में नियम-निर्देश जारी किये जाते है | इनका अवलोकन कर सम्मान करें | अनुशासन कोई दण्ड या बोझ नहीं है | यह भीतर के सदगुणों का विकास है | इसमें न केवल हमारे परिवार, पड़ोस समाज और राष्ट्र का भविष्य भी उज्जवल होता है | आइये हम अपनी श्रेष्ठतम प्रतिभा के बल पर इसे सुसज्जित करें |

शुभकामनाओं सहित !